1 घंटे के आंधी तूफान में 27 घंटे बिजली गुल… बिजली विभाग की मेंटनेंस कार्य प्रणाली पर उठते प्रश्नचिन्ह…

संतोष चौहान, ब्लाक रिपोर्टर [SRLIVEMP]

उमरबन। शनिवार। शनिवार दोपहर अचानक आंधी तुफान से ग्रामीण क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में विद्युत सप्लाई के मुख्य 33 केवी पॉल भी जमीदोष हो गए। महज 1घंटे के आंधी तुफान में 28 घंटे बिजली ग्राम कालीबावड़ी के आहेरवास सप्लाई बंद रही। जिससे रातभर बिजली नहीं आने से रवाहवासीयो को भीषण गर्मी में काफी परेशानी आई। वहीं
रविवार पूरे दिन भी बिजली सप्लाई बंद होने से व्यापारी वर्ग काफी चिंतित नज़र आया।वहीं इस प्रकार की कार्य व्यवस्था सोमवार लोकसभा चुनाव होना है। ऐसे में बिजली विभाग की कार्य प्रणाली पर संदेह जाता है।

33 केवी पोल घटिया सामग्री या गैरजिम्मेदारी से हुए जमींदोष :– अहेरवास ग्रिड का 33 केवी पॉल टूटने से ग्रामीणों ने कहा 1 घंटे के आंधी तूफान में मुख्य 33 केवी पोल टूट कर गिर जाना।घटिया और कमजोर पॉल लगे होना। उक्त सम्बंध में जांच होकर सम्बंधित ठेकेदार पर कार्यवाही होना चाहिए।

आंधी तूफान के पहले मेंटनेश कार्य होना चाहिए या बाद में:–कई स्थानों पर पेड़ टूटने के कारण तार और पॉल झुक गए हैं। ऐसे में सम्बंधित मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की मानसून के पहले क्या व्यवस्था रहना चाहिए। अगर पूर्व में मेंटनेश कार्य के आधार पर पेड़ो की छटाई हो जाती तो पूर्व रूप से सप्लाई प्रभावित नहीं होती।

बिना सुरक्षा के हो रहा था मेंटनेश कार्य:–बालीपुर, अहेरवास, बजरंगपुरा में पॉल को पुनः खड़ा करने का कार्य ओर पेड़ो की कटाई का कार्य दिन भर विधुत कर्मचारी द्वारा किया जा रहा था किंतु कोई भी हेल्पर सुरक्षा संसाधन में नज़र नहीं आया। ऐसे में बड़ी घटना होने की संभावना रहती है। 2माह पूर्व में ही धरमपुरी में मुंडला निवासी अंकित बारिया की बिना सुरक्षा संसाधन के कारण मौत हो गई थी।

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