यादव परिवार में सिवनी के लड्डू गोपाल का आगमन

मांडू पहुंचे सिवनी के लड्डू गोपाल राधे राधे की गूंज से भक्तिमय हुआ नगर

नीरज कुशवाह /धार नालछा [SRLiVEMP]

शुक्रवार सुबह सिवनी के लडडू गोपाल सरकार का नगर में आगमन हुआ भव्य शोभायात्रा के साथ लड्डू गोपाल को नगर भ्रमण कराया गया जगह-जगह फूल वर्षा कर भगवान का स्वागत किया गया यादव परिवार में सिवनी के लडडू गोपाल का आगमन हुआ। लड्डू गोपाल के आने नगर में भक्तिमय हो गया लड्डू गोपाल के आने की खुशी में राधे राधे और नंद घर आनंद भयो जय हो नंदलाल की के जयकारों से नगर गूंज उठा।  लड्डू गोपाल से सुख समृद्धि के लिए कामना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। लड्डू गोपाल के भक्त लड्डू गोपाल की मूर्ति को चमत्कारिक मानते हैं। उनका कहना है कि जब सुबह-सुबह लड्डू गोपाल को उठाया जाता है और उन्हें बच्चों की तरह दूध पिलाया जाता है   तो वह पी जाते है इन्हें नहलाया जाता है। मुकुट, मोरपंख, बांसुरी लगाकर उनका श्रृंगार किया जाता है और भजन गाकर बच्चे की तरह दिल बहलाया जाता है और रात को लोरिया गाकर बच्चे की तरह ही उन्हें सुलाया जाता है।

चिट्ठी डालकर बुलावे पर आते हैं घर

यादव परिवार के राहुल देवचरण यादव ने बताया बाल गोपाल को बुलाने के लिए चिट्ठी से आमंत्रण देना पड़ता है जिसमें नंबर लगाए जाते हैं उसके बाद नंबर आने पर उन्हें लेकर आना पड़ता है 

कानों में बोलने पर होती है मुरादे पूरी

भक्त जनों का मानना है भगवान लड्डू गोपाल के कानों में भक्त अपनी मुराद कहते है यह मुराद कुछ ही दिनों में पूरी हो जाती है जो भी इच्छा उनके कानों में बोली जाती है वह पूरी हो जाती है। माना जाता है कि जो लोग निसंतान दंपती है। उन पर लड्डू गोपाल ज्यादा कृपा करते हैं। बाल गोपाल के बारे में कहा जाता है कि सभी निसंतानों की मुराद वह सबसे पहले सुनते हैं

सिवनी जलज परिवार की है यह मूर्ति

राजेश अर्चना जलज परिवार की है यह मूर्ति सिवनी के जलज दंपती के साथ यह किस्सा बताया जाता है कि उनकी पत्नी अर्चना संतान नहीं होने पर वे लड्डू गोपाल की आराधना करती रहती थी। एक बार जब भाव विभोर होकर भगवान से प्रार्थना करने लगी तो सपने में भगवान ने कहा कि मैं हूं। उसके बाद बाल रूप में जो लड्डू गोपाल स्वप्न में दिखते थे। वहीं मूर्ति एक महात्मा ने उन्हें दे दी। इसके बाद जब वह मूर्ति स्थापित करने के प्रयास किए गए तो स्वप्न में दोबारा लड्डू गोपाल ने स्थापित करने से मना कर दिया। उसके बाद यह सिलसिला चल पड़ा। अब हर भक्त दो चार दिनों के लिए लड्डू गोपाल को अपने घर ले जाता है और बच्चों की तरह देखभाल करता है। इसी तारतम्य में नगर के यादव परिवार में लड्डू गोपाल का आगमन हुआ। जहां क्षेत्र से सैकड़ों भक्त लड्डू गोपाल के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर ओम प्रकाश यादव, चंद्रशेखर यादव, चेतन यादव, श्याम यादव, संदीप यादव, अजय यादव, कमलेश यादव, सुनील यादव, प्रदीप यादव, रंजीत यादव, सोनू यादव, पवन यादव, हर्षित यादव एवम नगरवासी मौजूद रहे।

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